महाकुंभ में अघोरी बाबा को मिली रशियन प्रेमिका, अनोखी प्रेम कहानी पर लोगों की हैरान करने वाली प्रतिक्रियाएं!
महाकुंभ 2025 अपने आप में एक अद्भुत और रोमांचक घटनाक्रम बनकर उभरा है। यह महाकुंभ न केवल आध्यात्मिकता और धार्मिक आयोजनों के लिए, बल्कि कई अजीबोगरीब और चौंकाने वाली घटनाओं के लिए भी चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस बार के महाकुंभ में कई ऐसी अनोखी कहानियां सामने आई हैं, जिन्होंने लोगों का ध्यान खींचा है। इंफ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स भी इस महाकुंभ में अपनी रचनात्मकता और मसालेदार कंटेंट के साथ जमकर सक्रिय रहे, और उन्हें खूब सफलता भी मिली।
सोशल मीडिया पर आईआईटी बाबा से लेकर मोनालिसा की आंखों तक, कई मुद्दों ने लोगों को उलझाए रखा। इन सबके बीच, शादियों से जुड़ी कई खबरें भी वायरल हुईं। पहले एक ग्रीक लड़की और दिल्ली के लड़के की शादी ने सुर्खियां बटोरीं, और अब एक और अनोखी प्रेम कहानी ने सबका ध्यान खींचा है। महाकुंभ में घूमने आई एक रशियन महिला एक अघोरी बाबा के प्यार में पड़ गई। दोनों ने महाकुंभ के पावन माहौल में ही शादी कर ली, और उनकी यह अनूठी प्रेम कहानी सोशल मीडिया पर तूफान की तरह वायरल हो रही है।
रशियन लड़की को हुआ अघोरी बाबा से इश्क़!
रूस से आई एक विदेशी युवती ने प्रयागराज के महाकुंभ मेले में सनातन धर्म की गहराई को महसूस किया और पूरी तरह इससे प्रभावित हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि उसके शरीर पर कई टैटू बने हैं, जिनमें सबसे खास उसकी पीठ पर गुदा भगवान गणेश का विशाल टैटू है, साथ ही कुछ मंत्र भी लिखे हैं।
धर्म और संस्कृति की इस यात्रा के दौरान उसका दिल एक अघोरी बाबा पर आ गया। अब वह बाबा को अपना पति मान चुकी है और भारत में ही बसने का इरादा कर चुकी है। इस अनोखी प्रेम कहानी ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है। लोग चटखारे लेकर इस जोड़ी के चर्चे कर रहे हैं!
विदेशी लड़की का दिल आया अघोरी बाबा पर!
विदेशी लड़की का दिल आया अघोरी बाबा पर!
इंटरव्यू में उससे पूछा गया, "क्या आपको हिंदू धर्म पसंद है?" लड़की मुस्कुराते हुए कहती है कि वह भगवान गणेश की भक्त है। जब उसी शख्स ने अघोरी बाबा से पूछा कि क्या यह लड़की उनकी तपस्या में बाधा डालती है, तो बाबा शर्माते हुए मुस्कुरा उठे।
लोगों ने इस प्रेम कहानी को देखकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ लोग इसे दिव्य प्रेम मानते थे, जो सभी सीमाओं और भेदभाव से परे था। वे कहते थे, "यह प्रेम शुद्ध और निस्वार्थ है। यह साबित करता है कि प्रेम किसी भी रूप में हो सकता है।" वहीं, कुछ लोग इसे संदेह की नज़र से देखते थे। वे कहते थे, "एक अघोरी बाबा और एक विदेशी युवती के बीच यह रिश्ता अजीब है। यह समाज के नियमों के खिलाफ है।"
लेकिन बाबा रुद्रनाथ और अन्ना के लिए, यह सिर्फ एक आत्मीय संबंध था, जो आध्यात्मिकता और मानवता के बंधन से जुड़ा था। उनकी कहानी ने सभी को यह सिखाया कि प्रेम और समझ किसी भी सीमा, जाति, या देश से बंधे नहीं होते। यह कहानी महाकुम्भ की पवित्र भूमि पर एक अमिट छाप छोड़ गई, जिसे लोग आज भी याद करते हैं।