महाकुंभ 2025: आओ, अनुभव करें प्रयागराज का जादू !
संगम स्नान के साथ ये 5 ऐतिहासिक जगहें भी जरूर देखें

प्रयागराज सिर्फ संगम नगरी और कुंभ मेले के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए भी मशहूर है। अगर आप 2025 के महाकुंभ में प्रयागराज आ रहे हैं, तो संगम स्नान के साथ यहां की इन अद्भुत जगहों की सैर करना न भूलें। आइए, जानते हैं इन जगहों के बारे में:
1. त्रिवेणी संगम
🎨 क्यों है खास:
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम के कारण इसे धार्मिक दृष्टि से बेहद पवित्र माना जाता है।
📸 क्या देखें:
- पवित्र संगम पर स्नान का अनुभव लें।
- संगम किनारे स्थित मंदिरों के दर्शन करें।
- नाव की सवारी करते हुए तीनों नदियों का संगम बिंदु देखें।
2. खुसरो बाग
🎨 क्यों है खास:
मुगल शासक सैयद अब्दुल्ला खान के बेटे सैयद खुसरो की याद में बना यह बाग मुगल वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है।
📸 क्या देखें:
- बगीचे की हरी-भरी खूबसूरती और शांति का आनंद लें।
- मुगल शैली की शानदार इमारतों का अवलोकन करें।
3. इलाहाबाद किला
🎨 क्यों है खास:
यह किला मुगल बादशाह अकबर द्वारा बनवाया गया था और यह उनकी वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है।
📸 क्या देखें:
- किले के अंदर मौजूद मस्जिद और मंदिर।
- अशोक स्तंभ और प्राचीन चित्रकारी।
4. आनंद भवन
🎨 क्यों है खास:
यह ऐतिहासिक भवन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का पैतृक घर था।
📸 क्या देखें:
- नेहरू परिवार से जुड़ी यादगार चीजें।
- भारत के स्वतंत्रता संग्राम की झलकियां।
5. भारद्वाज आश्रम
🎨 क्यों है खास:
यह आश्रम महर्षि भारद्वाज से जुड़ा हुआ है, जो हिंदू धर्म के प्रमुख ऋषियों में से एक थे।
📸 क्या देखें:
- आश्रम के शांत वातावरण में ध्यान लगाएं।
- महर्षि भारद्वाज की गाथाओं को जानें।
महाकुंभ में प्रयागराज का सफर: एक यादगार अनुभव
महाकुंभ 2025 में प्रयागराज की यात्रा केवल आध्यात्मिक स्नान तक सीमित नहीं है। यह शहर अपने इतिहास, कला, और संस्कृति की अनमोल धरोहरों के साथ आपका स्वागत करता है। तो इस बार जब आप महाकुंभ में आएं, तो संगम स्नान के साथ इन ऐतिहासिक स्थानों की सैर जरूर करें।
🌐 टिप्स:
- सुबह जल्दी यात्रा शुरू करें ताकि भीड़ से बच सकें।
- स्थानीय गाइड से इन जगहों की जानकारी लें।